नई दिल्ली, 28 अप्रैल (VOICE) निवेशकों का ध्यान चौथी तिमाही के आय सत्र पर केंद्रित होने के कारण निकट भविष्य में बाजारों में मजबूती आने की उम्मीद है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर कहते हैं, “हमें निकट भविष्य में मजबूती आने की उम्मीद है, जिससे निवेशक बॉन्ड और सोने में निवेश करेंगे।” इसके अलावा, आगामी अमेरिकी फेड नीति और अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल डेटा वैश्विक बाजार को प्रभावित करेंगे, जबकि चल रही चौथी तिमाही की आय रिपोर्ट घरेलू बाजार की गतिशीलता को प्रभावित करने के लिए तैयार हैं। नायर ने कहा कि मध्य पूर्व में तनाव से राहत, तेल की कीमतों में सुधार और विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों से उच्च समग्र पीएमआई डेटा द्वारा समर्थित भारतीय आर्थिक परिदृश्य ने बाजार में तेजी को बढ़ावा दिया। हालांकि, अमेरिकी जीडीपी में अप्रत्याशित गिरावट और अमेरिकी कोर पीसीई मूल्य सूचकांक में उछाल ने पिछले कारोबारी दिन वैश्विक शेयर बाजार में गिरावट को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार अपने एशियाई साथियों से पीछे रहा क्योंकि चौथी तिमाही की आय काफी हद तक सुस्त रही, जिसमें आईटी और कुछ के कमजोर परिणाम शामिल थे।