नई दिल्ली, 28 अप्रैल (VOICE) जाने-माने अर्थशास्त्री और राजनीतिक विश्लेषक सुरजीत भल्ला ने VOICE से खास बातचीत की और कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी ‘दयनीय’ स्थिति के लिए खुद जिम्मेदार है और कहा कि एक खास वर्ग को खुश करने की पार्टी की लगातार कोशिशों से पार्टी को कोई फायदा नहीं हुआ। जब उनसे पूछा गया कि क्या मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति ने इस पुरानी पार्टी को अपूरणीय नुकसान पहुंचाया है, तो उन्होंने हां में सिर हिलाया।
“मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति तब शुरू हुई जब कट्टरपंथी और धार्मिक कट्टरपंथी ईरानी विमर्श पर हावी होने लगे। कांग्रेस सरकार ने सलमान रुश्दी की किताब पर प्रतिबंध लगाने जैसी कई गलतियां कीं। शाहबानो मामले में राजीव गांधी सरकार का रुख कोई रहस्य नहीं है। राम मंदिर पर पार्टी के रुख ने भी पार्टी को कोई फायदा नहीं पहुंचाया,” सुजीत भल्ला ने कहा।
“राम मंदिर हिंदुओं के सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है, लेकिन कांग्रेस ने इसके अस्तित्व पर सवाल उठाया और बाबरी मस्जिद के विवादित स्थल पर मंदिर के निर्माण का विरोध किया। इससे पार्टी को गहरा दुख पहुंचा। यहीं से कांग्रेस इस जाल में फंस गई