नई दिल्ली, 28 अप्रैल (VOICE) जाने-माने अर्थशास्त्री और राजनीतिक विश्लेषक सुरजीत भल्ला ने 2024 के चुनावों में मतदान प्रतिशत, मुश्किल वक्त में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा पार्टी की कमान संभालने और कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति समेत कई मुद्दों पर VOICE से खास बातचीत की। राजीव गांधी सरकार के दौरान शासन के मुद्दों पर बात करते हुए भल्ला ने कहा कि सार्वजनिक वितरण तंत्र में व्यापक खामियां थीं और इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री ने खुद स्वीकार किया था और कहा था। गौरतलब है कि राजीव गांधी ने 1985 में एक साक्षात्कार में प्रेस को बताया था कि गरीबों और वंचितों को भेजे गए 1 रुपये में से केवल 15 पैसे ही उन तक पहुंचते हैं और बाकी बिचौलियों के पास चले जाते हैं। सुरजीत भल्ला ने कहा कि उनके अनुमान और शोध से पता चलता है कि 15 फीसदी का दावा भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया था। भल्ला ने VOICE से कहा कि आज के समय में स्थिति वैसी नहीं है क्योंकि मौजूदा सरकार द्वारा प्रौद्योगिकी के इष्टतम उपयोग ने विस्तार और