नई दिल्ली, 29 नवंबर (VOICE) सतत विकास को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, पनबिजली क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एनएचपीसी ने ग्लोबल ग्रीन ग्रोथ इंस्टीट्यूट (जीजीजीआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। इस सहयोग का उद्देश्य कृषि-वोल्टाइक, हरित हाइड्रोजन और सतत वित्तपोषण रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अभिनव स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देना है। बयान में कहा गया है कि ये पहल भारत के कम कार्बन अर्थव्यवस्था में परिवर्तन को आगे बढ़ाते हुए जलवायु चुनौतियों का समाधान करने के लिए एनएचपीसी के अनुसंधान एवं विकास प्रयासों का हिस्सा हैं।
साझेदारी के तहत, एनएचपीसी और जीजीजीआई अत्याधुनिक तकनीकों की खोज करने, कृषि प्रथाओं के साथ नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को एकीकृत करने और हरित परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे। यह पहल पेरिस समझौते के तहत भारत के व्यापक जलवायु लक्ष्यों और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप भी है।
एमओयू पर एनएचपीसी के कार्यकारी निदेशक वी.आर. श्रीवास्तव और