खार्तूम, 17 अप्रैल (VOICE) सरकार और अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों ने इस सप्ताह चेतावनी दी है कि सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच दो साल से चल रहे विनाशकारी संघर्ष के कारण सूडान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली चरमरा रही है, संघर्ष क्षेत्रों में अधिकांश अस्पताल बंद हैं और बीमारी का प्रकोप फैल रहा है। अधिकारियों और सहायता कर्मियों ने कहा कि सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच युद्ध छिड़ने के दो साल बाद, देश में स्वास्थ्य जोखिम और बढ़ते कुपोषण का सामना करना पड़ रहा है। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस सप्ताह जारी एक रिपोर्ट में कहा, “स्वास्थ्य सेवा प्रणाली, अपने सभी पहलुओं में, युद्ध का शिकार बन गई है।” मंत्रालय ने बताया कि खार्तूम, दारफुर और कोर्डोफन जैसे संघर्ष प्रभावित राज्यों में लगभग 70 प्रतिशत अस्पताल सेवा से बाहर हैं। रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) ने एक और अधिक चौंकाने वाला अनुमान लगाया, जिसमें कहा गया कि संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में 70 से 80 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं बंद हैं।