नई दिल्ली, 15 अप्रैल (VOICE) वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल के अनुसार, वैश्विक बाजार में अनिश्चितताओं के बावजूद, 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान भारत का वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात 5.5 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 820.93 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 773 अरब डॉलर था। व्यापारिक निर्यात 437.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जबकि वित्त वर्ष 2025 में गैर-पेट्रोलियम निर्यात साल-दर-साल 6 प्रतिशत बढ़कर 374.08 अरब डॉलर हो गया। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, भारत का व्यापार घाटा मार्च में बढ़कर 21.54 अरब डॉलर हो गया, जो फरवरी में 14.05 अरब डॉलर था। महीने के दौरान व्यापारिक निर्यात 0.7 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 41.97 अरब डॉलर हो गया। हालांकि, व्यापारिक आयात में दोहरे अंकों में 11.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 63.51 बिलियन डॉलर हो गया, जिससे व्यापार घाटा और बढ़ गया।
पिछले महीने की तुलना में निर्यात में 13.75 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि आयात में 24.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
ये आंकड़े वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल के बीच आए हैं।