नई दिल्ली, 4 नवंबर (VOICE) केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने सोमवार को कहा कि भारत ने 90 गीगावाट की स्थापित सौर क्षमता हासिल कर ली है और 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के अपने व्यापक लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की 7वीं आम सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत भी नए क्षितिज पर अपनी नजरें गड़ा रहा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक 5 मिलियन मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करना है, जिसे 125 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का समर्थन प्राप्त है। जोशी ने सभा को बताया, “हमने लगभग 37.5 गीगावाट की कुल क्षमता वाले 50 सौर पार्कों को मंजूरी दी है और 2030 तक अपने 30 गीगावाट लक्ष्य तक पहुंचने के लिए संभावित अपतटीय पवन ऊर्जा स्थलों की पहचान की है।” 2024-25 के केंद्रीय बजट में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्त पोषण में 110 प्रतिशत की वृद्धि की गई और पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना जैसी पहलों के लिए लक्षित समर्थन दिया गया। “यह, महत्वपूर्ण खनिज आयात पर छूट के साथ, हमारे नेतृत्व के संकल्प को रेखांकित करता है