नई दिल्ली, 29 नवंबर (VOICE) सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में भारत की अर्थव्यवस्था ने 5.4 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर दर्ज की। हालांकि दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी वृद्धि धीमी रही है, लेकिन भारत अभी भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है, क्योंकि जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान चीन ने 4.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में विनिर्माण (2.2 प्रतिशत) और खनन एवं उत्खनन (-0.1 प्रतिशत) क्षेत्रों में सुस्त वृद्धि देखी गई, इसके बावजूद पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में वास्तविक सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई है। कृषि और संबद्ध क्षेत्र ने पिछली चार तिमाहियों के दौरान 0.4 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक की उप-इष्टतम वृद्धि दर के बाद वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करके वापसी की है। निर्माण क्षेत्र में तैयार इस्पात की सतत घरेलू खपत में 7.7 प्रतिशत तथा 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।