नई दिल्ली, 6 फरवरी (VOICE)| भारतीय स्टार्टअप्स ने मोटे आर्थिक हालात और फंडिंग विंटर के बीच जनवरी में करीब 1.2 अरब डॉलर जुटाए। स्टार्टअप न्यूज़ पोर्टल Entrackr की एक शाखा, Fintrackr के डेटा के अनुसार, ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स ने 2023 के पहले महीने में $926 मिलियन के 22 सौदे देखे। शुरुआती-चरण के स्टार्टअप्स ने 67 सौदों में $265 मिलियन प्राप्त किए, जबकि 12 स्टार्टअप्स ने लेनदेन विवरण का खुलासा नहीं किया। रिपोर्ट के मुताबिक, शुरूआती दौर के स्टार्टअप्स के लिए औसत डील साइज लगभग 4 मिलियन डॉलर था। PhonePe के $350 मिलियन और KreditBee के $120 मिलियन फंडिंग राउंड का जनवरी में कुल वित्तपोषण का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा था। ई-कॉमर्स (डी2सी स्टार्टअप्स सहित) सेगमेंट में अधिक सौदे हुए और कुल फंडिंग में $587 मिलियन के साथ फिनटेक का दबदबा बना रहा। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि बेंगलुरु 60 सौदों के साथ अग्रणी शहर था, जबकि दिल्ली-एनसीआर में 15 सौदे हुए। भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम ने जनवरी में सभी सेगमेंट में 18 विलय और अधिग्रहण देखे। PwC इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में, भारतीय स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग लगभग $24 बिलियन थी, जो CY21 की तुलना में 33 प्रतिशत कम थी, लेकिन फिर भी CY20 और CY19 प्रत्येक में जुटाई गई धनराशि के दोगुने से अधिक थी। CY22 (मूल्य के संदर्भ में) में फंडिंग गतिविधि के 88 प्रतिशत के लिए ग्रोथ और लेट-स्टेज फंडिंग सौदों का हिसाब है। PwC इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रोथ-स्टेज डील में औसत टिकट साइज $43 मिलियन था और लेट-स्टेज डील में CY22 के दौरान $94 मिलियन था।